परिचय
D.El.Ed (Diploma in Elementary Education)/JBT/BSTC कोर्स के लिए हरियाणा सहित भारत के हर राज्य में सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के कॉलेज हैं।
कई बार स्टूडेंट्स और पैरेंट्स कन्फ्यूज रहते हैं कि कौन-सा कॉलेज चुनें — सरकारी या प्राइवेट? यहाँ हम दोनों के बीच फर्क और फायदे-नुकसान आसान भाषा में समझा रहे हैं।
सरकारी vs प्राइवेट D.El.Ed कॉलेज – टेबल तुलना
| बिंदु |
सरकारी कॉलेज |
प्राइवेट कॉलेज |
| फीस |
बहुत कम (7,000–20,000/साल) |
कई गुना अधिक (40,000–1,20,000/साल) |
| सीट्स |
सीमित, बहुत कम |
सीट्स ज्यादा, विकल्प ज्यादा |
| मेरिट |
बहुत हाई, कड़ी प्रतियोगिता |
मेरिट कम होने पर भी मौका |
| मान्यता |
100% सरकारी मान्यता (NCTE/SCERT) |
NCTE/SCERT मान्यता जरूरी – फर्जीवाड़ा भी होता है |
| फैकल्टी/सुविधाएँ |
अनुभवी फैकल्टी, अच्छी सुविधाएँ |
हर जगह अलग-अलग, चेक करें |
| रिजल्ट/प्लेसमेंट |
बेहतर और ट्रस्टेड |
हर कॉलेज अलग, जांच लें |
| स्कॉलरशिप |
सरकारी योजनाओं का लाभ |
सीमित या नहीं |
| डायरेक्ट एडमिशन |
नहीं, सिर्फ मेरिट |
हां, कई जगह डायरेक्ट मिलता है |
सरकारी D.El.Ed कॉलेज
- बहुत कम फीस
- अनुभवी फैकल्टी और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर
- 100% मान्यता
- मेरिट पर सीट, ट्रांसपेरेंसी
- स्कॉलरशिप के अच्छे मौके
- सीट्स सीमित और कट-ऑफ हाई
प्राइवेट D.El.Ed कॉलेज
- सीट्स ज्यादा, विकल्प ज्यादा
- फीस अधिक
- लोकेशन और कोर्स के कई विकल्प
- काउंसलिंग के अलावा डायरेक्ट एडमिशन
- हर कॉलेज की मान्यता जरूर जांचें
- रिजल्ट और प्लेसमेंट हर जगह अलग
कॉलेज चयन के लिए सलाह
- अगर आपकी मेरिट हाई है, तो सरकारी कॉलेज सबसे बेहतर है।
- कट-ऑफ से बाहर हैं तो प्राइवेट कॉलेज विकल्प है – पर मान्यता (NCTE/SCERT) जरूर चेक करें।
- फीस, लोकेशन, कॉलेज की रेपुटेशन, पुराने रिजल्ट सब जांचें।
- कभी-कभी डायरेक्ट एडमिशन के नाम पर फर्जीवाड़ा भी होता है – अनुभवी काउंसलर या Aadesh Education जैसी भरोसेमंद एजेंसी से ही गाइडेंस लें।
सावधान: डायरेक्ट एडमिशन या गारंटी सीट के नाम पर फ्रॉड से बचें!
Aadesh Education 20 वर्षों से हज़ारों छात्रों का भरोसा है – बिना रिस्क के गाइडेंस लें।